Wednesday, March 24, 2021

SCO का संयुक्त आतंकवाद रोधी अभ्यास : पब्बी-एंटी टेरर 2021 (SCO Pabbi-Anti Terror Joint Exercise 2021)

SCO का संयुक्त आतंकवाद रोधी अभ्यास : पब्बी-एंटी टेरर 2021 (SCO Pabbi-Anti Terror Joint Exercise 2021)


India Pakistan China in SCO Joint Anti Terrorism Exercise: इस साल शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organization) के सदस्य संयुक्त आतंकवाद निरोधी अभ्यास करेंगे. इन देशों में भारत, पाकिस्तान और चीन का नाम भी शामिल है. उज्बेकिस्तान के ताशकंद में 18 मार्च को क्षेत्रीय आतंकवाद निरोधक ढांचे की परिषद (आरएटीएस) की 36वीं बैठक में संयुक्त अभ्यास ‘पब्बी-एंटी टेरर-2021’ करने का फैसला किया गया है. एससीओ (SCO Countries) के सदस्य देशों के प्रतिनिधियों ने बैठक में आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद से लड़ने के लिए 2022-24 के लिहाज से सहयोग के कार्यक्रम के मसौदे को मंजूरी भी दी है.

चीन की सरकारी शिन्हुआ समाचार एजेंसी ने आरएटीएस के एक बयान के हवाले से कहा है, ‘आतंकवादी गतिविधियों के वित्तपोषण वाले चैनलों को चिह्नित करने और उन्हें दबाने में एससीओ के सदस्य देशों के सक्षम अधिकारियों के बीच सहयोग बढ़ाने का फैसला किया गया है (China on Shanghai Cooperation Organization).’ शिन्हुआ की खबर के अनुसार भारत, कजाकिस्तान, चीन, किर्गीज गणराज्य, पाकिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान के समक्ष अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल और आरएटीएस की कार्यसमिति ने बैठक में भाग लिया है.

आठ सदस्यीय ब्लॉक ने कहा कि संयुक्त अभ्यास 'पाब्बी-एंटी-टेरर 2021 (Pabbi-Anti-Terror 2021)’ आयोजित करने का निर्णय उज्बेकिस्तान के ताशकंद में आयोजित क्षेत्रीय आतंकवाद विरोधी संरचना परिषद (RATS) की 36 वीं बैठक के दौरान घोषित किया गया था. भारत, पाकिस्तान और चीन सहित शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organisation) के सदस्य इस साल संयुक्त आतंकवाद-रोधी अभ्यास करेंगे.

“आतंकवादी गतिविधियों को वित्तपोषित करने वाले चैनलों की पहचान करने और दबाने के लिए SCO सदस्य राज्यों के सक्षम अधिकारियों के बीच सहयोग में सुधार करने के निर्णय लिए गए हैं. बैठक में भारत, कजाकिस्तान, चीन, किर्गिज गणराज्य, पाकिस्तान, रूस, तजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और RATS कार्यकारी समिति के सक्षम अधिकारियों के प्रतिनिधि शामिल हुए.

RATS एससीओ का स्थायी अंग

आरएटीएस का मुख्यालय ताशकंद में है. यह एससीओ का स्थायी अंग है, जो आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद के खिलाफ सदस्य देशों के सहयोग को बढ़ाने के लिए काम करता है. यह कार्यक्रम इसलिए भी अधिक महत्व रखता है, क्योंकि इसमें हिस्सा लेने वाले भारत, पाकिस्तान और चीन (India China Pakistan in SCO) के संबंध बीते कुछ समय से ठीक नहीं चल रहे हैं. चीन और भारत के बीच बीते साल से तनाव चल रहा है. चीन भारत के क्षेत्र पर दावा करता है और अपनी आक्रामकता भी लगातार बढ़ा रहा है, जिसके बाद अभी भी दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है.

फिलीपींस के इलाके में घुसा चीन

वहीं चीन अन्य कई देशों के लिए भी परेशानी बना हुआ है. कुछ समय पहले ही खबर आई थी कि चीन ने फिलीपींस के जलक्षेत्र में अपने जहाज घुसा दिए थे. फिलीपींस (China’s Aggression in Philippines) के रक्षा प्रमुख ने दक्षिण चीन सागर के उसके नियंत्रण क्षेत्र वाले रीफ में मौजूद 200 से ज्यादा जहाजों के चीनी बेड़े को रविवार को वहां से हटाने की मांग की और कहा कि उनकी उपस्थिति ‘क्षेत्र का सैन्यीकरण कर उकसावे की कार्रवाई करने जैसी है.’ उन्होंने यह भी कहा कि चीनी जहाजी बेड़े पर मिलिशिया के सदस्य सवार हैं.

Note:-

News Important 

चर्चा में क्यों?

  • उज्बेकिस्तान के ताशकंद में 18 मार्च को क्षेत्रीय आतंकवाद रोधी संरचना (Regional Anti-Terror Structure: RATS) की 36वीं बैठक में संयुक्त अभ्यास ‘पब्बी-एंटी टेरर-2021’ करने का फैसला किया गया है |
  • ज्ञातव्य है कि ‘पब्बी-एंटी टेरर-2021’ अभ्यास पाकिस्तान के खैबर पख्तून प्रांत के नौशेरा जिले में पब्बी शहर के पास पाकिस्तान के नेशनल काउंटर टेररिज्म सेंटर में आयोजित किया जाएगा |

मुख्य तथ्य :

  • पब्बी-एंटी टेरर-2021 अभ्यास का आयोजन पाकिस्तान में होने के कारण भारतीय सैनिक पाकिस्तान जाएंगे या नहीं, यह मामला विचाराधीन है |
  • इससे पहले भारत ने पिछले वर्ष सितंबर में रूस में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के आतंकवाद-निरोधी `कवकाज़' में पाकिस्तान की हिस्सेदारी के कारण भाग नहीं लिया था |
  • इसके अलावा भारत और चीन के बीच पिछले वर्ष गालवान घाटी में हिंसक झड़प हुई थी और लद्दाख के पैंगोंग त्सो के प्रत्येक तरफ सैन्य टुकड़ी आज भी आमने-सामने है |
  • विदित हो कि भारत सरकार ,भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार मानती है एवं चीन को उसका मददगार |
  • ऐसे में भारत का इस युद्धाभ्यास में भाग लेने की संभावना पर संशय है |

क्षेत्रीय आतंकवाद रोधी संरचना (Regional Anti-Terror Structure: RATS) के बारे में

  • RATS की स्थापना वर्ष 2004 में शंघाई सहयोग सम्मेलन (SCO) के शिखर सम्मेलन में की गई थी |
  • RATS शंघाई सहयोग सम्मेलन (SCO) का स्थायी अंग है जिसका मुख्यालय मुख्यालय ताशकंद में स्थित है |
  • इसका उद्देश्य आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद के खिलाफ सदस्य देशों में सहयोग को बढ़ाना है |
  • RATS में प्रतिनिधित्व के लिये सभी सदस्य देश अपने-अपने स्थायी प्रतिनिधि भेजते हैं और जिनमें से एक व्यक्ति तीन वर्षों के लिये RATS के अध्यक्ष के रूप में चुना जाता है।
  • इस वर्ष 18 मार्च को क्षेत्रीय आतंकवाद निरोधक ढांचे की परिषद (RATS) की 36वीं बैठक सम्पन्न हुई जिसमें SCO के सदस्य देशों के प्रतिनिधियों ने बैठक में आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद से लड़ने के लिए 2022-24 के लिहाज से सहयोग के कार्यक्रम के मसौदे को मंजूरी दी।

शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organisation: SCO) के बारे में

  • SCO एक स्थायी अंतर-सरकारी अंतर्राष्ट्रीय संगठन है और इसकी स्थापना 15 जून, 2001 को शंघाई में हुई थी।
  • इसका मुख्यालय चीन के बीजिंग शहर में स्थित है |
  • 2017 में इसमें भारत और पाकिस्तान के शामिल होने के बाद आठ देश (कज़ाखस्तान, चीन, किर्गिज़स्तान, रूस, ताजिकिस्तान, उज़्बेकिस्तान, भारत और पाकिस्तान) इसके स्थायी सदस्य हैं और अफगानिस्तान, ईरान, बेलारूस और मंगोलिया पर्यवेक्षक के रूप में SCO में शामिल हैं।

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